पंचवर्षीय योजना क्या है (Five Year Plan) | शुरुआत, उद्देश्य । महत्त्वपूर्ण तथ्य

आज इस आर्टिकल में हम पंचवर्षीय योजना के बारे में जानकारी प्रदान कर रहें हैं । पंचवर्षीय योजना क्या है ? इस योजना का उद्देश्य क्या था । अभी कौन सी पंचवर्षीय योजना चल रही है । प्रथम पंचवर्षीय योजना कब लागु किया गया ? इनका कायर्काल कब तक था, प्रधानमंत्री कौन था ? किस मॉडल पर आधारित था आदि । इस तरह से कई सवाल पूछे जा सकते हैं । इसलिए पंचवर्षीय योजना परीक्षा की दृष्टि से अति महत्त्वपूर्ण है । अभी के समय में इससे 2-3 सवाल पूछता ही पूछता है । इसको आप जितना रिवीजन करोगे उतना ये आपके लिए फायदेमंद रहेगा । विस्तारित जानकारी के लिए आगे पढ़ें ।

पंचवर्षीय योजना क्या है

पंचवर्षीय योजना क्या है

सरकार के द्वारा अगले पांच वर्षों के लिए देश को चलाने के लिए खर्चे और आमदनी की योजना बनाती है, इसको ही पंचवर्षीय योजना कहते हैं ।

इस योजना में केंद्र सरकार और राज्य सरकार  के बजट को दो भागों में विभाजित करा गया था :

  • गैर योजना बजट :
    • गैर योजना बजट में हर दिन का खर्चे का ब्यौरा रखा जाता था ।
  • योजना बजट :
    • योजना बजट को अगले पांच वर्षों में निर्धारित लक्ष्य के अनुसार खर्च किया जाता था ।
  • वर्ष 1951 से 2017 तक भारत का अर्थवयवस्था का मॉडल पंचवर्षीय योजना की अवधारणा पर आधारित था ।
  • पंचवर्षीय योजना को बनाने तथा उनका देख-रेख और चलाने का काम योजना आयोग के द्वारा किया जाता था ।
  • योजना आयोग का गठन 15 मार्च 1950 को किया गया था । योजना आयोग का अध्यक्ष प्रधानमंत्री होता है ।
  • प्रथम योजना आयोग का अध्यक्ष्य – पंडित जवाहर लाल नेहरू था ।
  • प्रथम योजना आयोग का उपाध्यक्ष्य – गुलजारी लाल नंदा था ।

नोट : पंचवर्षीय योजना का अंतिम उपाध्यक्ष कौन है ? यह भी पूछ सकता है । इसका उत्तर आपको निचे में मिल जायेगा ।

 

पंचवर्षीय योजना लिस्ट :

पंचवर्षीय योजना अवधि
प्रथम 1951-1956
दूसरा 1956-1961
तीसरा 1961-1966
1966-1969
चौथा 1969-1974
पांचवां 1974-1978
1978-1980
छठा 1980-1985
सातवां 1985-1990
1990-1992
आठवीं 1992-1997
नौवीं 1997-2002
दशवीं 2002-2007
ग्यारहवीं 2007-2012
बारहवीं 2012-2017

 

  • योजना अवकाश तीन बार लिया गया है ।

 

प्रथम पंचवर्षीय योजना (First Five Year Plan)

अवधि : 1951-1956
मॉडल : हैराल्ड – डोमार मॉडल
उद्देश्य : कृषि के क्षेत्र पर विकास
  • प्रथम पंचवर्षीय योजना के दौरान प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू थे ।
  • प्रथम पंचवर्षीय योजना का मॉडल हैराल्ड-डोमार मॉडल पर आधारित था ।
  • प्रथम पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य कृषि के क्षेत्र पर विकास करना था ।
  • प्रथम पंचवर्षीय योजना में निर्धारित वृद्धि दर 2.1% रखा था, जबकि प्राप्त विकास दर 3.6% हासिल किया गया था ।

प्रमुख कार्य :

  • इस प्रथम पंचवर्षीय योजना में कई महत्त्वपूर्ण कार्य किये गए । जैसे :
    • सामुदायिक विकास कार्यक्रम 1952 तथा राष्ट्रिय सेवा योजना
    • भांखड़ा नांगल परियोजना
    • दामोदर नदी घाटी परियोजना
    • व्यास परियोजना आदि ।

 

द्वितीय पंचवर्षीय योजना (Second Five Year Plan)

Second Five Year Plan

अवधि : 1956-1961
मॉडल : पी सी महालनोबिस मॉडल
उद्देश्य : आधारभूत एवं भारी उद्योगों का विकास करना
  • द्वितीय पंचवर्षीय योजना के दौरान भी प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ही थे ।
  • द्वितीय पंचवर्षीय योजना महालनोबिस मॉडल पर आधारित था ।
  • इस द्वितीय पंचवर्षीय योजना में वृद्धि दर 4.5% का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन प्राप्त विकास दर 4.27% रहा ।
  • इस योजना का उद्देश्य देश में आद्यौगिक के क्षेत्र में विकास करना था ।

प्रमुख कार्य :

  • द्वितीय पंचवर्षीय योजना के अंतर्गत कई उद्यौग की स्थापना कि गई थी । जैसे :
    • दुर्गापुर स्टील प्लांट
    • भिलाई स्टील प्लांट
    • राउरकेला स्टील प्लांट आदि ।
  • दुर्गापुर स्टील प्लांट :
    • वर्ष 1959 में ब्रिटेन की सहायता से पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर नमक स्थान पर स्थापित की गई थी । दुर्गापुर स्टील प्लांट का नाम पहले हिंदुस्तान स्टील प्लांट था ।
  • भिलाई स्टील प्लांट :
    • भिलाई स्टील प्लांट छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में रूस की सहयोग से वर्ष 1959 में स्थापित किया गया था ।
  • राउरकेला स्टील प्लांट :
    • राउरकेला स्टील प्लांट उड़ीसा के सुंदरगढ़ जिले में वर्ष 1954 में जर्मनी के सहयोग से स्थापित की गई है ।

 

तीसरी पंचवर्षीय योजना (Third Five Year Plan)

अवधि : 1961-1966
मॉडल : जॉन सैंडी तथा सुखमय चक्रवर्ती मॉडल
उद्देश्य : आत्मनिर्भर तथा स्वतः स्फूर्त अर्थव्यवस्था को गति देना
  • तीसरी पंचवर्षीय योजना के समय जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री था ।
  • तीसरी पंचवर्षीय योजना में लक्षित वृद्धि दर 5.6% रखा गया था लेकिन 2.4% लक्ष्य ही हासिल कर सका । इस वजह से यह योजना पूरी तरह असफल रहा था ।
  • इस पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य आत्मनिर्भरता, कृषि एवं उद्योग के विकास को बढ़वा देना था ।

प्रमुख कार्य :

  • इस तृतीय पंचवर्षीय योजना में कुछ उद्योग और महत्त्वपूर्ण कार्य किये गए हैं । जैसे :
    • बोकारो स्टील प्लांट
    • हरित क्रांति आदि ।
  • बोकारो स्टील प्लांट :
    • बोकारो स्टील प्लांट, तीसरी पंचवर्षीय योजना में रूस (सोवियत संघ) के सहयोग से वर्ष 1964 बिहार में स्थापित किया गया था । अब झारखंड राज्य के बोकारो जिला में स्थित है ।
  • हरित क्रांति :
    • 1966 के देश में अकाल पड़ने के कारण कई लोगों की जाने गई थी ।
    • इस वजह से देश को आनाज की कमी की पूर्ति के लिए तीसरी पंचवर्षीय योजना में हरित क्रांति को लाना पड़ा ।
    • भारत में हरित क्रांति के जनक एम एस स्वामीनाथन को कहा जाता है जबकि विश्व में नॉर्मन बोरलॉग को हरित क्रांति का जनक कहा जाता है ।

तीसरी पंचवर्षीय योजना असफल होने का सबसे बड़ा कारण :

  • यह पंचवर्षीय योजन फेल होने के तीन मुख्य कारण थे :
    • 1962 का भारत-चीन युद्ध
    • 1965 में भारत-पाकिस्तान का युद्ध और
    • 1966 में सूखा (अकाल का पड़ जाना)

 

 

प्रथम योजना अवकाश :

  • प्रथम योजना अवकाश : 1966-1969
  • तीसरी पंचवर्षीय योजना पूरी तरह से फेल होने के कारण अगला पंचवर्षीय योजना को बंद कर दिया गया । देश की स्थित को पटरी पर लाने के लिए, इसके स्थान पर 3 वर्षों की अवधि के लिए वर्ष 1966-1969 तक वार्षिक योजना चलाई गई ।

यहाँ पर प्रश्न इस प्रकार से पूछ सकता है या इसको ही घुमा के पूछ दे कैसे भी आ सकता है । यदि आप पढ़ रहें हैं तो ध्यान दें ।

Q1. भारत में योजना अवकाश कौन से पंचवर्षीय योजना के बाद घोषित किया गया था ?
उत्तर- तीसरी पंचवर्षीय योजना के बाद 3 साल के लिए ।

 

याद रखें

भारत का 1,2 या 12वीं पंचवर्षीय योजना का विकाश लक्ष्य क्या है ? इस तरह से भी सवाल पूछ सकता है ।

 

 

चौथी पंचवर्षीय योजना (Fourth Five Year Plan)

अवधि : 1969-1974
मॉडल : अशोक रूद्र व एलन एस मन्ने मॉडल
उद्देश्य : स्थिरता के साथ विकास और आत्मनिर्भरता
  • चौथी पंचवर्षीय योजना के समय भारत का प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी थी ।
  • चौथी पंचवर्षीय योजना अशोक रूद्र तथा एलन एस मन्ने मॉडल पर आधारित था ।
  • इस वजह से भी इस योजना के दौरान देश की कृषि वृद्धि दर सर्वाधिक रहा था ।
  • इस योजना में लक्षित विकास दर 5.7% निर्धारित किया गया था लेकिन प्राप्त दर लगभग 3.6% रहा था ।
  • चौथी पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य स्थिरता के साथ विकास और कृषि आत्मनिर्भरता पर अधिक बल दिया गया ।

प्रमुख कार्य :

  • 14 बैंकों का राष्ट्रीयकरण
  • ISRO की स्थापना
  • 3 राज्यों ( असम, नागालैंड, जम्मू-कश्मीर) को विशेष राज्य का दर्जा
  • चौथी पंचवर्षीय योजना के दौरान भारत में 14 बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया था । ISRO की स्थापना भी चौथी पंचवर्षीय योजना के समय वर्ष 1969 में की गई है ।
  • भारतीय अंतरिक्ष अनुसन्धान कार्यक्रम (ISRO) के जनक डॉ विक्रम साराभाई है ।
  • वर्ष 1969 में पांचवें वित्त आयोग ने भारत के 3 राज्य असम, नागालैंड और जम्मू-कश्मीर को डी आर गाडगिल फार्मूला के तहत विशेष राज्य का दर्जा दिया गया था ।

 

पांचवीं पंचवर्षीय योजना (Fifth Five Year Plan)

अवधि  : 1974-1978
मॉडल : डी पी धर मॉडल
उद्देश्य : गरीबी उन्मूलन तथा आत्मनिर्भरता 
  • पांचवीं पंचवर्षीय योजना के दौरान प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी थी । इस योजना का कार्यकाल 1974 से 1978 तक था ।
  • एकमात्र योजना जो 4 साल का था ।
  • पांचवीं पंचवर्षीय योजना डी पी धर मॉडल पर आधारित था ।
  • इस योजना में विकास का लक्ष्य 4.4% रखा था लेकिन वास्तविक विकास दर 4.83% हासिल किया गया था । इस वहज से यह योजना पूरी तरह से सफल था ।
  • पांचवीं पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य गरीबी को हटाना और रोजगार बढ़ाने पर जोर दिया गया था ।

प्रमुख कार्य :

  • गरीबी हटाओ का नारा
  • काम के बदले आनाज तथा अंत्योदय योजना (1974-1978)
  • पांचवीं पंचवर्षीय योजना में पहली बार गरीबी हटाओ का नारा दिया गया था ।
  • पांचवीं पंचवर्षीय योजना 4 साल चलने का कारण है, वर्ष 1978 में इंदिरा गाँधी की सरकार गिर गई ।
  • इसके बाद जनता पार्टी की सरकार आयी । जनता पार्टी के नव निर्वाचित प्रधनमंत्री मोरारजी देसाई ने पंचवर्षीय योजना को बंद कर दिया ।
  • इसके स्थान पर वार्षिक योजना को लागु किया गया । इसी के कारण द्वितीय योजना अवकाश लेना पड़ा ।

 

द्वितीय योजना अवकाश :

  • द्वितीय योजना अवकाश : 1978-1980
  • मोरारजी देसाई ने पंचवर्षीय योजना बंद करके वार्षिक योजना 1978 से 1980 तक चलाई । 2 साल चलने के बाद इनकी सरकारी भी गिर गई ।
  • फिर इंदिरा गाँधी की सरकार आयी । इन्होंने फिर छठी पंचवर्षीय योजना लागु की ।

 

छठी पंचवर्षीय योजना (Sixth Five Year Plan)

अवधि : 1980-1985
मॉडल : पुणे नेहरू मॉडल
उद्देश्य : रोजगार सृजन तथा गरीबी उन्मूलन पर जोर
  • इस समय प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी थी ।
  • छठी पंचवर्षीय योजना का कार्यकाल 1980 से 1985 तक चला था ।
  • छठी पंचवर्षीय योजना पुणे नेहरू मॉडल पर आधरित था ।
  • इस योजना में विकास का लक्ष्य 5.2% निर्धारित किया गया था लेकिन वास्तविक विकास दर 5.7% हासिल हुआ था ।
  • छठी पंचवर्षीय योजना का उद्देश्य आर्थिक विकास और गरीबी उन्मूलन के साथ रोजगार की वृद्धि करना था ।

प्रमुख कार्य :

  • NABARD की स्थापना
  • छठी पंचवर्षीय योजना में NABARD की स्थापना 1982 की गई है ।
  • नाबार्ड का मुख्यालय मुंबई में स्थित है ।

 

सातवीं पंचवर्षीय योजना (Seventh Five Year Plan)

अवधि : 1985-1990
मॉडल : जॉन डब्ल्यू मूलर मॉडल
उद्देश्य : कृषि, विकास प्रेरित समृद्धि रणनीति आदि ।
  • सातवीं पंचवर्षीय योजना के समय भारत के प्रधानमंत्री राजीव गाँधी थे ।
  • सातवीं पंचवर्षीय योजना जॉन डब्ल्यू मूलर मॉडल पर आधारित थी । इस योजना का कार्यकाल 1985 से 1990 तक चला था ।
  • इस 7वीं पंचवर्षीय योजना का विकास का लक्ष्य 5% रखा गया था लेकिन विकास दर 6.02% प्राप्त हुआ था ।

प्रमुख कार्य :

  • लकड़वाल समिति का गठन
  • भोजन, काम और उत्पादन का नारा
  • 7वीं पंचवर्षीय योजना में ही गरीबी की माप करने के लिए लकड़वाल समिति का गठन किया गया था की किस आधार पर किसको गरीब और किसको अमीर श्रेणी में रखा जाए ।
  • इस योजना में भोजन, काम और उत्पादन का नारा दिया गया था ।

 

तीसरा योजना अवकाश :

  • तीसरा योजना अवकाश : 1990-1992

 

आठवीं पंचवर्षीय योजना (8th Five Year Plan)

अवधि : 1992-1997
मॉडल : राव और मनमोहन आर्थिक विकास मॉडल
उद्देश्य : मानव संसाधन विकास, रोजगार और 15 से 35 साल के वर्ग में निरक्षरता का उन्मूलन करना
  • आठवीं पंचवर्षीय योजना के समय भारत के प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव थे ।
  • आठवीं पंचवर्षीय योजना राव और मनमोहन आर्थिक विकास मॉडल पर आधारित थी । इस योजना का कार्यकाल 1992 से 1997 तक था ।
  • इस योजना का विकास लक्ष्य दर 5.6 रखा गया था, और प्राप्त विकास दर 6.8 रहा था । यह योजना भी सफल रहा था ।
  • आठवीं पंचवर्षीय योजना का उद्देश्य जनसंख्या का नियंत्रण के साथ मानव संसाधनों के उचित उपयोग पर जोर दिया गया था ।

प्रमुख कार्य :

  • प्रधानमंत्री रोजगार योजना की शुरुआत 1993
  • भारत WTO का सदस्य बना
  • आठवीं पंचवर्षीय योजना में प्रधानमंत्री रोजगार योजना 1993 को शुरुआत की गई थी ।
  • इस 8वीं पंचवर्षीय योजना में ही 1 जनवरी 1955 को भारत विश्व व्यापर संगठन (WTO) का सदस्य बना था ।

 

नौवीं पंचवर्षीय योजना (9th Five Year Plan)

अवधि : 1997-2002
मॉडल : आगत-निर्गत मॉडल
उद्देश्य : सामाजिक न्याय एवं समानता के साथ विकास करना
  • नौवीं पंचवर्षीय योजना के समय भारत का प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल था ।
  • नौवीं पंचवर्षीय योजना आगत निर्गत मॉडल पर आधारित था ।
  • 9 वीं पंचवर्षीय योजना का लक्ष्य 6.5 था लेकिन वास्तविक विकास दर 5.4 ही हासिल हो पाया था । यह योजना सफल नहीं हो पाया ।
  • 9 वीं पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य न्यायपूर्ण तरिके से वितरण करना एवं समानता के साथ विकास करना था ।

 

दसवीं पंचवर्षीय योजना (10th Five Year Plan)

अवधि : 2002-2007
मॉडल : व्यापक आगत-निर्गत मॉडल
उद्देश्य : सामाजिक न्याय तथा समानता के साथ आर्थिक वृद्धि करना
  • दशवीं पंचवर्षीय योजना के समय भारत का प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी था ।
  • दशवीं पंचवर्षीय योजना व्यापक आगत निर्गत मॉडल पर आधारित था । इस योजना का कार्यकाल 2002 से 2007 तक था ।
  • इस पंचवर्षीय योजना का लक्ष्य 8.1 रखा गया था लेकिन 7.5 का लक्ष्य ही हासिल हो पाया था । यह योजना असफल रहा था ।
  • दशवीं पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य सामाजिक न्याय करना तथा समानता के साथ आर्थिक विकास करना था ।

 

ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना (11th Five Year Plan)

अवधि : 2007-2012
मॉडल :
उद्देश्य : व्यापक एवं तीव्र समावेशी विकास
  • ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना के समय भारत का प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह था ।
  • ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना का लक्ष्य 9 रखा गया था लेकिन 8.3 ही हासिल हुआ था । यह योजना भी असफल रहा था ।
  • इस ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य व्यापक एवं तीव्र समावेशी विकास करना था । इस योजना में शिक्षा के विकास पर अधिक बल दिया गया था ।

प्रमुख कार्य :

  • शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009
  • ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना में शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 प्रस्तुत किया गया था ।  जो 2010 में लागु किया गया ।
  • इस ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना में 6 से 14 वर्ष की आयु वाले बच्चों के लिए अनिवार्य रूप से निःशुल्क शिक्षा प्रदान किया गया ।

 

12वीं पंचवर्षीय योजना (12th Five Year Plan)

अवधि : 2012-2017
मॉडल :
उद्देश्य : त्वरित समावेशी तथा सतत विकास करना
  • 12वीं पंचवर्षीय योजना के समय भारत का प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे । इस योजना का लक्ष्य 8% रखा गया था ।
  • इस बारहवीं पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य सालाना 10% त्वरित समावेशी तथा सतत विकास की दर को हासिल करना था ।

मुख्य कार्य :

  • परिवार नियोजन कार्यक्रम
  • 12वीं पंचवर्षीय योजना में परिवार नियोजन कार्यक्रम लागु किया गया था । इस योजना के अनुसार योजना के अंत तक प्रजनन दर को 2.1% पर लाने का लक्ष्य रखा गया था ।

महत्त्वपूर्ण तथ्य :

  • 12वीं पंचवर्षीय योजना आयोग के अध्यक्ष – मनमोहन सिंह था ।
  • 12वीं पंचवर्षीय योजना या योजना आयोग का अंतिम उपाध्यक्ष – मोंटेक सिंह अहलूवालिया था ।
  • 12वीं पंचवर्षीय योजना भारत के अंतिम पंचवर्षीय योजना थी ।

 

13वीं पंचवर्षीय योजना

  • 13वीं पंचवर्षीय योजना को लागु नहीं किया गया है क्योंकि 12वीं पंचवर्षीय योजना के बाद इस योजना आयोग को बंद कर दिया गया है ।
  • इस योजना आयोग के स्थान पर 1 जनवरी 2015 को निति आयोग (NITI) को लाया गया ।

 

Conclusion

इस आर्टिकल में हमने पंचवर्षीय योजनाओं से संबंधित बहुत सारे जानकारी के बारे में जाना । पंचवर्षीय योजना क्या है ? कौन से योजना किस मॉडल पर आधारित था, उनका कार्यकाल क्या था, योजना का लक्ष्य क्या था आदि । प्रथम पंचवर्षीय योजना से लेकर के 12वीं पंचवर्षीय योजना तक क्या-क्या सवाल बन सकते हैं इनके बारे में विस्तार से पढ़ा ।

इस आर्टिकल को लिखने में काफी सावधानी बरती गई है फिर भी आर्टिकल में यदि आपको त्रुटि मिला हो तो कमेंट के माध्यम से हमें साझा करें । ताकि उसको सुधार करा जा सके धन्यवाद ।

 

FAQs

Q1. पंचवर्षीय योजना कब लागू हुई ?
उत्तर- भारत में पंचवर्षीय योजना 1951 में लागु की गई थी ।

Q2. भारत के अंतिम पंचवर्षीय योजना कौन सी है ?
उत्तर- भारत के अंतिम पंचवर्षीय योजना 12वीं पंचवर्षीय योजना है ।

Q3. भारत में पंचवर्षीय योजना कितनी है ?
उत्तर- भारत में कुल 12 पंचवर्षीय योजनाएं है ।

Q4. भारत में पंचवर्षीय योजना का उद्देश्य क्या है ?
उत्तर- भारत में पंचवर्षीय योजना का उद्देश्य देश का विकास के साथ आत्मनिर्भर बनाना था ।

Q5. 12वीं पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है ?
उत्तर-

 

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