कंप्यूटर की बेसिक जानकारी | कंप्यूटर विज्ञान (जनरल नॉलेज) । कंप्यूटर पार्ट्स

इस लेख में हम कंप्यूटर की बेसिक जानकारी (Basic Knowledge About Computer) के बारे में चर्चा करेंगे । जैसे कि कंप्यूटर क्या है? कैसे कार्य करता है? इनके महत्वपूर्ण भाग हार्डवेयर एवं सॉफ्टवेयर के नाम साथ ही एमएस वर्ड, एक्सेल एवं पॉवरपॉइंट की जानकरी जो परीक्षा की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण टॉपिक है ।

उद्देश्य क्या है

इस लेख को पूरा देखने के बाद आप :

  • कंप्यूटर के सभी महत्वपूर्ण पार्ट्स (हार्डवेयर एवं सॉफ्टवेयर) के नाम जानेंगे ।
  • एम एस वर्ड, एक्सेल एवं पॉवरपॉइंट के परीक्षा से संबंधित तथ्य जानेंगे ।

नोट : इसको बुकमार्क कर लें ! परीक्षा से पहले Quick रिकॉल करने में मदद करेगा ।

कंप्यूटर की बेसिक जानकारी

Table of Contents

कंप्यूटर क्या है (What is Computer)

  • कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक्स मशीन है जो हमारे द्वारा दिए गए इंस्ट्रक्शन (Input) के अनुसार कार्य करता है फिर उनका प्रोसेस (Processing) करके हमें डिस्प्ले (Output) करता है ।
  • कंप्यूटर को हिंदी में संगणक कहते हैं ।
  • कंप्यूटर के जनक (खोज) चार्ल्स बैबेज को माना जाता है ।

कंप्यूटर कैसे कार्य करता है ?

आपको कंप्यूटर के कार्य को समझने के लिए बच्चा बनना पड़ेगा । इसके लिए हमें डेली लाइफ (Daily-Life) उदाहरण का अध्ययन करना है तभी हम कंप्यूटर के इनपुटप्रोसेसआउटपुट चक्र यानि कंप्यूटर के कार्य को समझ पाएंगे ।

डेली लाइफ उदहारण हैं —

  • मिट्टी का खिलौना बनाना :

कच्चा मिट्टी लिए (इनपुट हुआ) उसमें पानी मिलाएं फिर उसको गूंथें (प्रोसेस हुआ) । इसके बाद मनपसंद बर्तन बनाया (आउटपुट मिला) ।

computer work

मिट्टी मिट्टी का खिलौना बनाना मिट्टी का खिलौना बनके तैयार
  • आम का शेक बनाना :

इसी प्रकार से आम का शेक बनाने के लिए आम, चीनी, दूध आदि लिए (इनपुट) फिर उसको काटे, मिक्शी में पीसें (प्रोसेस) इसके बाद हमारा आम का शेक बनके तैयार होता है (आउटपुट) ।

simple computer work designs

आम, चीनी, दूध मिक्सर में ग्राइंडर करना आम का शेक तैयार
  • कंप्यूटर के कार्य :

उसी प्रकार से, कंप्यूटर भी इनपुट-प्रोसेस-आउटपुट चक्र में काम करता है ।

how does computer work

कंप्यूटर में हम कीबोर्ड, माउस या स्कैनर आदि से इनपुट देते हैं । उसके बाद डेटा का प्रोसेसिंग सीपीयू में होता है । डेटा प्रोसेसिंग करने के बाद रिजल्ट देता है जिसको आउटपुट कहते हैं । आउटपुट हमें आउटपुट डिवाइस जैसे ऑडियो, मॉनिटर, प्रोजेक्टर आदि में मिलता है ।

ध्यान दें
इनपुट और आउटपुट डिवाइस को आगे में विस्तार से देखेंगे । क्योंकि परीक्षा में इससे प्रश्न पूछता है ।

कंप्यूटर की 10 विशेषताएं

ये कंप्यूटर की 10 विशेषताएं निम्नलिखित हैं —

  • स्पीड (Speed) : तेजी से कार्य करने की क्षमता है ।
  • त्रुटिरहित कार्य (Accuracy) : बिना गलती किए कार्य कर सकता है ।
  • स्टोरेज (Memory) : सूचना रखने के लिए बहुत अधिक स्टोरेज क्षमता होता है ।
  • थकान रहित कार्य (Diligence) : बिना रुके घंटों काम कर सकता है ।
  • तुरंत निर्णय लेने में सक्षम : डिसीजन तुरंत लेता है ।
  • पोर्टेबल : आसानी से कहीं भी ले जा सकते हैं ।
  • सार्वभौमिकता (Versatility) : सार्वभौमिकता के कारण तेजी से हर क्षेत्र में कब्जा जमा रहा है ।
  • स्वचालित (Automation) : स्वचालित कार्य करने की क्षमता के कारण समय की बचत होना ।
  • पुर्नावृति : बार-बार बिना गलती किये सामान रिजल्ट दे सकता है ।
  • याद रखने की क्षमता (Remembrance) : इसकी याद रखने की क्षमता बहुत अधिक होती है ।

कंप्यूटर का उपयोग (Uses of Computer)

आधुनिक युग में कंप्यूटर का उपयोग निम्न क्षेत्रों में किया जाता है —

  • टिकट काटने में (रेलवे, बस, जहाज आदि के लिए)
  • स्कूलों में पढ़ाई के लिए
  • मेडिकलों में रिसर्च हेतु
  • वैज्ञानिक अनुसन्धान में
  • बैंकों में (पैसा लेन-देन हेतु)
  • होटलों में (सीसीटीवी निगरानी हेतु)
  • कोचिंगों में (पढ़ाई के लिए)
  • समाचार प्रकाशन में
  • व्यापर (Business) में
  • प्रशासन (Administration) में
  • मेल को भेजने और रिसीव करने में
  • घरों में काम करने, ड्राइंग बनाने या संगीत सुनने आदि में उपयोग किया जाता है ।

कंप्यूटर की बेसिक जानकारी – प्रकार, हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, ऑफिस, डेटाबेस, नेटवर्क एवं वाइरस आदि 

कंप्यूटर कितने प्रकार के होते हैं

कार्य के अनुसार कंप्यूटर तीन प्रकार के होते हैं :

  • एनालॉग कंप्यूटर : वर्तमान में इसका उपयोग बहुत कम होता है ।
  • डिजिटल कंप्यूटर : वर्तमान में सबसे अधिक इसका उपयोग हो रहा है ।
  • हाइब्रिड कंप्यूटर : इसका उपयोग वैज्ञानिक खोज में उपयोग किया जाता है ।

आकर के अनुसार कंप्यूटर छह प्रकार के होते हैं :

ये 6 कंप्यूटरों के नाम इस प्रकार से हैं —

1. माइक्रो कम्प्यूटर 2. मिनी कंप्यूटर 3. लैपटॉप
4. वर्कस्टेशन कंप्यूटर 5. मेनफ़्रेम कंप्यूटर 6. सुपर कंप्यूटर

1. माइक्रो कम्प्यूटर (Micro Computer) :

माइक्रो कंप्यूटर साइज में बहुत छोटा होता है । इसको पर्सनल कंप्यूटर (Personal Computer) भी कहा जाता है । इस प्रकार के कंप्यूटर प्रायः स्कूल, दुकान साइबर कैफ़े और ऑफिस आदि में उपयोग किया जाता है ।

2. मिनी कंप्यूटर (Mini Computer) :

मिनी कंप्यूटर माइक्रो कंप्यूटर से ज्यादा सक्षम है । यह माइक्रो कंप्यूटर से ज्यादा मेमोरी एवं तेज भी है । यह एक मल्टीयूज़र कंप्यूटर है । क्योंकि मिनी कंप्यूटर को एक समय में सौ से अधिक यूजर इसको चला सकता है ।

3. लैपटॉप (Laptop) :

लैपटॉप को नोटबुक कंप्यूटर भी कहा जाता है । यह एक पर्सनल कंप्यूटर का ही एक प्रकार है । इसको कहीं भी बैग में भरकर ले जा सकते हैं । यह बैटरी पर काम करता है जिसको हमें चार्ज करने की जरूरत पड़ती है ।

4. वर्कस्टेशन कंप्यूटर (Workstation Computer) :

वर्कस्टेशन भी एक प्रकार का पर्सनल कंप्यूटर है जो डेटा को बहुत ही शीघ्रता के साथ प्रोसेसिंग करता है । इसको ग्राफ़िक या वीडियो गेम्स बनाने के लिए डिजाइन किया गया है ।

5. मेनफ्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer) :

मेनफ्रेम कंप्यूटर साइज में बहुत बड़ा होता है । इसकी स्पीड और स्टोरेज कैपेसिटी भी बड़ा होता है । एक समय में हजारों यूजर काम कर सकते हैं । इसका उपयोग मुख्य रूप से साइंटिफिक रीसर्च करने में किया जाता है ।

6. सुपर कंप्यूटर (Super Computer) :

यह सबसे पॉवरफुल कंप्यूटर है । सुपर कंप्यूटर सबसे तेज एवं बहुत महंगा कंप्यूटर है । इसका उपयोग मुश्किल वैज्ञानिक कार्य में किया जाता है ।

आपने क्या सीखा
आपने कंप्यूटर के प्रकार जान लिए, अब कंप्यूटर पार्ट्स का नाम देखते हैं ।

कंप्यूटर के कितने भाग होते हैं ?

कंप्यूटर के दो मुख्य भाग होते हैं : (क) हार्डवेयर और (ख) सॉफ्टवेयर

हम इनको विस्तार से आगे में देखेंगे । क्योंकि अधिकतर इन्हीं टॉपिक से परीक्षा (Competitions) में प्रश्न पूछता है ।


कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर क्या है । Hardware and Software in Hindi

#1. हार्डवेयर (Hardware)

Q. हार्डवेयर किसे कहते हैं ? (Computer Hardware Kya Hai)

कंप्यूटर के वो सारे पार्ट्स जिसे हम अपने आंख से देख (Seen) और हाथ से छू (Touched) सकते हैं, उसे हार्डवेयर कहते हैं ।

  • हार्डवेयर के उदाहरण :
    • कीबोर्ड
    • मॉनिटर
    • माउस
    • स्पीकर
    • हार्ड डिस्क
    • रैम
    • प्रिंटर
    • सीपीयू आदि ।
आगे देखेंगे
इसमें इनपुट डिवाइस और आउटपुट डिवाइस से प्रश्न पूछता है । जैसे इनमें से कौन सा इनपुट डिवाइस है ?

सीपीयू क्या है ?

ये एक प्रोसेसर है । इस सीपीयू का फूल फॉर्म सेन्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (Central Processing Unit) है । जिसे शार्ट में सीपीयू (CPU) कहते हैं । सीपीयू में निम्न कार्य होता है —

  • सीपीयू को कंप्यूटर का दिमाग कहा जाता है ।
  • क्योंकि कंप्यूटर का सारा कार्य यहीं पर डेटा डिकोड और एक्जिक्यूट होता है ।

 

सीपीयू के कितने भाग होते हैं

CPU के तीन प्रमुख भाग होते हैं — (i) अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट (ALU) (ii) कण्ट्रोल यूनिट (CU) और (iii) मेमोरी यूनिट (Memory)।

(i) अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट (ALU) :
  • ALU का कार्य – CPU के सभी प्रकार के अंकगणितीय तथा तार्किक गणना कार्य में होता है ।
  • अंकगणितीय में जोड़ा, घटाव इत्यादि तथा तार्किक गणना में तुलनात्मक गणना जैसे हाँ या ना इत्यादि आतें हैं ।
(ii) कण्ट्रोल यूनिट (CU) :
  • ये कंप्यूटर के सभी कार्यों को नियंत्रित करता है जैसे इनपुट, आउटपुट, प्रोसेसर इत्यादि इन सब के बीच में तालमेल बनाते हैं ।

कंप्यूटर के मेन सर्किट बोर्ड में सीपीयू के साथ अनेक छोटे-छोटे चिप भी लगे होते हैं, उस मेन सर्किट बोर्ड को ही मदरबोर्ड कहते हैं ।

(ii) मेमोरी यूनिट (Memory) :

मेमोरी यूनिट कंप्यूटर का वह भाग है जिसमें सभी प्रकार के डेटा और प्रोग्राम्स को स्टोर (जमा) करके रखा जाता है, उसको मेमोरी कहते हैं । मेमोरी यूनिट दो प्रकार के होती है — प्राइमरी मेमोरी और सेकेंडरी मेमोरी । इसको आगे विस्तार से देखेंगे ।

 

कंप्यूटर मेमोरी (Computer Memory)

Q. मेमोरी कितने प्रकार की होती है (Types of Computer Memory)

उत्तर- मेमोरी 2 प्रकार की होती है — (i) प्राइमरी मेमोरी और (ii) सेकेंडरी मेमोरी ।

प्राइमरी मेमोरी (Primary Memory) :

प्राथमिक मेमोरी (Primary Memory) को मुख्य मेमोरी भी कहते हैं । इसको आंतरिक मेमोरी भी कहा जाता है । प्राइमरी मेमोरी तीन प्रकार की होती है —

प्राइमरी मेमोरी के प्रकार

स्थायी (Non Volatile) कैश (Cache) अस्थायी (Volatile)

(i) स्थायी मेमोरी : चार प्रकार के हैं —

  • ROM
  • PROM
  • E-PROM
  • E-E-PROM
  • ये सभी स्थायी मैमोरी है । बिजली सप्लाई बंद होने पर भी इसमें डाटा स्टोर रहता है । कंप्यूटर को स्टार्टअप करने के सभी जरुरी प्रोग्राम्स इसी में स्टोर रहते हैं ।

(ii) कैश मैमोरी (Cache Memory) :

  • यह कंप्यूटर का सबसे तेज मैमोरी है ।
  • यह बहुत महंगा होता है ।
  • कंप्यूटर का सबसे छोटा स्टोरेज है ।
  • ये प्राइमरी मैमोरी और सीपीयू के बीच का भाग है । (Memory→Cache→CPU)

(iii) अस्थायी मेमोरी : एक प्रकार के हैं —

  • रैम (RAM) :
  • इसमें सूचनाएं अस्थायी होती हैं बिजली सप्लाई बंद होने पर सारे सूचनाएं नष्ट हो जाती है । रैम दो प्रकार की होती है – (i) स्टैटिक रैम तथा (ii) डायनैमिक राम

 

सेकेंडरी मेमोरी (Secondary Memory) :

Q. सेकेंडरी मेमोरी को और क्या कहते हैं ?

इसे सहायक मेमोरी तथा बैंकिंग स्टोरेज मेमोरी भी कहा जाता है । यह सीपीयू के बहार होती है । सेकेंडरी मेमोरी कई तरह के होते हैं —

सेकेंडरी मेमोरी के प्रकार

  • हार्ड डिस्क (HDD)
  • सॉलिड स्टेट ड्राइव (SSD)
  • पेन ड्राइव
  • CD
  • DVD
  • फ्लॉपी डिस्क
  • मैग्नेटिक टेप
  • फ्लैश मेमोरी

मेमोरी से जुड़ी महत्वपूर्ण तथ्य :

  • कंप्यूटर मेमोरी की सबसे छोटी इकाई बिट है और सबसे बड़ी इकाई जोटाबाईट है, जो 2100 बाइट्स के बराबर है ।

याद रखें

  • 4 बिट्स = 1 निब्बल
  • 8 बिट्स = 1 बाइट्स
  • 1024 बाइट्स = 1 किलो बाइट (KB)
  • 1024 किलो बाइट्स (KB) = 1 मेगा बाइट (MB)
  • 1024 मेगा बाइट्स (MB) = 1 गीगा बाइट (GB)
  • 1024 गीगा बाइट (GB) = 1 टेरा बाइट (TB)

 

इनपुट और आउटपुट डिवाइस । Input Output Devices

इनपुट डिवाइस क्या है

ये इनपुट डिवाइस एक हार्डवेयर उपकरण है, जो कंप्यूटर में किसी डेटा या निर्देश को देने का काम करता है, उसे इनपुट डिवाइस कहते हैं । फिर सीपीयू (CPU) उसी निर्देश के आधार पर डेटा को प्रोसेस (Process) करता है ।

इनपुट डिवाइस के उदाहरण हैं —

  • कीबोर्ड
  • माउस
  • स्कैनर
  • ट्रैकबॉल
  • टच स्क्रीन
  • जॉयस्टिक
  • लाइट पेन
  • माइक्रोफोन
  • वेब कैम
  • बार कोड रीडर
  • ओ.एम.आर. (OMR)
  • ओ.सी.आर. (OCR)
  • एम.आई.सी.आर. (MICR)
  • किमबॉल टैग रीडर
  • स्पीच रिकग्निशन सिस्टम

 

आउटपुट डिवाइस क्या है

ये आउटपुट डिवाइस एक ऐसे उपकरण है जो सीपीयू के द्वारा डेटा प्रोसेस होने के बाद रिजल्ट (परिणाम) देता या दिखता है, उसे आउटपुट डिवाइस कहते हैं । आउटपुट डिवाइस (Output Device) रिजल्ट को सॉफ्ट कॉपी या हार्ड कॉपी में प्रस्तुत करता है ।

आउटपुट डिवाइस के उदाहरण हैं —

  • मॉनिटर
  • प्रिंटर
  • स्पीकर
  • प्लॉटर
  • प्रोजेक्टर
  • यूपीएस (UPS)

#2. सॉफ्टवेयर (Software)

Q. सॉफ्टवेयर किसे कहते हैं ? (Software Kya Hota Hai)

सॉफ्टवेयर (Software): कंप्यूटर प्रोग्राम तथा डाटा का एक संग्रह है, जो कंप्यूटर को निर्देश देता है कि कोई भी कार्य को कैसे करना है । सॉफ्टवेयर का काम डाटा को सुचना में कन्वर्ट करना है ।

सॉफ्टवेयर दो प्रकार के होते हैं —

  1. सिस्टम सॉफ्टवेयर (System Software)
  2. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर (Application Software)

 

(i) सिस्टम सॉफ्टवेयर (System Software) :

जो प्रोग्राम कंप्यूटर को चलाने में, उसको नियंत्रित करने तथा उसके सभी भागों की देखरेख करते हैं, उसको सिस्टम सॉफ्टवेयर कहते हैं ।

सिस्टम सॉफ्टवेयर के उदाहरण हैं —

  • ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System)
  • ट्रांसलेटर (Translator)
  • डिवाइस ड्राइवर (Device Driver)
  • लोडर
  • डेटाबेस मैनजमेंट सिस्टम (DBMS)
  • डेटा संचार सॉफ्टवेयर (Data Communication Software)

यहाँ ध्यान दें : अगर प्रश्न आ गया Q.1 ऑपरेटिंग सिस्टम किस प्रकार का सॉफ्टवेयर है ? तो आप क्या ऑप्शन चुनेंगे ! (a) सिस्टम सॉफ्टवेयर या (b) एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर ।

ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) :

  • ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है ?
  • ये ऐसे सॉफ्टवेयर प्रोग्राम का एक सेट (समूह) है, जो हमारे एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को चलाते हैं । यानि संवाद (Communication) बनता है, उसको ऑपरेटिंग सिस्टम कहते हैं ।
ऑपरेटिंग सिस्टम के उदाहरण हैं —

  • एम. एस. डॉस (MS-DOS)
  • एम. एस. विंडोज (Microsoft Windows)
  • यूनिक्स (Unix)
  • लिनक्स (Linux)
  • उबंटू (Ubuntu)
  • MAC OS (Mac Operating System)

ट्रांसलेटर (Translator) :

  • लैंग्वेज ट्रांसलेटर क्या है ?
  • ट्रांसलेटर, ऐसे प्रोग्राम हैं जो विभिन्न प्रोग्रामिंग भाषाओं में लिखे गए प्रोग्रामों का अनुवाद (Translate) मशीनी भाषा में करते हैं ।
यह लैंग्वेज ट्रांसलेटर को तीन भागों में बँटा गया हैं —

  1. असेम्ब्लर(Assembler)
  2. कम्पाइलर (Compiler)
  3. इंटरप्रेटर (Interpreter)

डिवाइस ड्राइवर (Device Driver) :

  • डिवाइस ड्राइवर क्या है ?
  • यह एक प्रकार का कंप्यूटर प्रोग्राम है, जो उच्चस्तरीय कंप्यूटर प्रोग्राम को हार्डवेयर के साथ संबंध बनता है ।
  • इसको सॉफ्टवेयर ड्राइवर भी कहा जाता है ।

 

(ii) एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर (Application Software) :

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर उन प्रोग्रामों को कहते हैं, जो यूजर का वास्तविक कार्य करने के लिए बनाये जाते हैं । जिसे हम रोज काम में उपयोग करते हैं, उसको एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कहते हैं । इनको रेडीमेड सॉफ्टवेयर या पैकेज (Package) भी कहा जाता है ।

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के उदाहरण हैं —

  • इलेक्ट्रॉनिक स्प्रेडशीट : माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल (Excel), लोटस 123, के-स्प्रेड, ओपन कैल्क, VPP आदि ।
  • वर्ड प्रोसेसर : Word Pad, MS Word, वर्ड स्टार, के- वर्ड, ओपन राइटर आदि ।
  • कंप्यूटर ग्राफ़िक्स : CAD, CAM आदि ।
  • डेस्कटॉप पब्लिशिंग : फोटोशॉप, पेज मेकर, कोरल ड्रा, माइक्रोसॉफ्ट पब्लिशर आदि ।
  • एकाउंटिंग पैकेज (Accounting Package) : टैली (Tally) ।
  • प्रेजेंटेशन सॉफ्टवेयर (Presentation Software) : पॉवरपॉइंट , पेज मिल आदि ।
  • डेटाबेस सॉफ्टवेयर : डी-बेस, MS Access आदि ।

ध्यान रखें : यहाँ ऊपर जितने भी उदाहरण दिए हैं ये सभी एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर में ही आएगा । उत्तर देते समय आप ऑप्शन पर भी ध्यान दें कि किस तरह से पूछ रहा है ।

 

महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर (Question Answer)

Q1. डाटाबेस प्रोग्राम, वर्ड प्रोसेसर, वेब ब्राउजर, स्प्रेडशिट आदि किस सोफ्टवेर में आते है ? उत्तर- एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर

Q2. निम्न में से कौन सा वर्ड प्रोसेसर है ?

  1. एमएस एक्सेल
  2. एमएस एक्सेस
  3. एमएस वर्ड
  4. पेज मेकर

उत्तर- 2.) (c)


माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस (Microsoft Office)

यह एक पैकेज है, जो अनेक प्रकार के सॉफ्टवेयर को मिला के बना है । माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस में मुख्य रूप से चार सॉफ्टवेयर आते हैं जो प्रायः हर ऑफिस में प्रयोग किया जाता है । जो इस प्रकार से हैं —

  • माइक्रोसॉफ्ट वर्ड (MS Word)
  • माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल (MS Exccel)
  • माइक्रोसॉफ्ट पॉवरपॉइंट (MS Powerpoint)
  • माइक्रोसॉफ्ट एक्सेस (MS Access)

 

माइक्रोसॉफ्ट वर्ड (Microsoft Word) :

यह एक प्रकार का वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर है, इसका प्रयोग डॉक्यूमेंट बनाने, गलती को सुधार करने एवं मेल मर्ज करने इत्यादि के लिए किया जाता है ।

  • एम एस वर्ड का डिफॉल्ट डॉक्यूमेंट फाइल एक्सटेंशन .doc होता है ।
  • एम एस ऑफिस, विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रथम संस्करण MS-Office 3.0 था । जो वर्ष 1990 में लाया गया था ।
  • MS Word में मेल मर्ज से एक पत्र को एक बार में कई लोगों को भेजने की सुविधा देता है । इसी के द्वारा बल्क में लेटर भेजा जाता है ।
  • डॉक्यूमेंट का टाइटल (शीर्षक), पेज नंबर, डेट जैसे सुचना को डिस्प्ले करने के लिए हेडर एवं फुटर (Header & Footer) विकल्प का प्रयोग करा जाता है ।

 

अधिकतर उपयोग होने वाले मेनू :

  • Copy (Ctrl+C) : इससे सेलेक्ट टेक्स्ट या इमेज को कॉपी किया जाता है ।
  • Cut (Ctrl+X) : इससे टेक्स्ट को डिलीट कर Clipboard में रखता है ।
  • Paste (Ctrl+V) : इससे कॉपी या कट किया हुआ को पेस्ट किया जाता है ।
  • फॉर्मैट पेंटर : इससे एक जैसे फॉर्मैट (Style) को दूसरे में डाला जाता है ।
  • Save (Ctrl+S) : फाइल को सेव करने के लिए ।
  • Save As : फाइल का नया नाम के साथ सेव करने के लिए ।
  • Print (Ctrl+P) : फाइल को प्रिंट करने में किया जाता है ।
  • Find and Replace (Ctrl+H) : फंड एंड रेप्लस डायलॉग बॉक्स खोलना के लिए ।
  • Mail Merge : एक बार में कई लोगों को मेल भेजने में सहायता करता है ।

 

परीक्षा में पूछे जाने वाले टॉपिक :

यहाँ आपको चित्र में सबसे ऊपर File, Home और अन्य मेनू दिख रहा होगा । इसको याद रखने की कोशिश करें । इससे भी प्रश्न बना के पूछ सकता है निचे में देखें ।

जब आप फाइल (File) मेनू पर क्लिक करेंगे तो आपको निम्न ऑप्शन मिलेगा —

  • New
  • Open
  • Save
  • Save As
  • Print
  • Share
  • Export
  • Close

जब आप Home मेनू में क्लिक करते है तो आपको निम्न सेक्शन दिखेंगे, जो निचे में दिए हैं —

  • Clipboard
    • Cut
    • Copy
    • Paste
    • Format Painter
  • Font
    • Bold
    • Italic
    • Underline
    • Superscript
    • Subscript
    • Strikethrough
    • Font etc.
  • Paragraph
    • Align Left, Center, Right, and Justify
  • Style
  • Editing
    • Find
    • Replace
    • Select

इनके अंदर में कई मेनू दिए गए हैं इनसे भी प्रश्न पूछा जाता है, इससे तभी पूछा जाता है । जब आपका पेपर को टफ किया जाना रहता है ।

 

एमएस वर्ड से संबंधित क्वेश्चन । वस्तुनिष्ठ प्रश्न (MCQ Test)

आपको ध्यान ये रखना है प्रश्न किस तरह से घुमा के पूछ रहा है । इसलिए ऑप्शन के हिसाब से उत्तर देना है । यहाँ देखें ।

Q1. Copy, Paste या Cut किस मेनू में आता है ?

  1. Home Menu
  2. Insert Menu
  3. Design Menu
  4. Mail menu

Q2. Cut किया हुआ टेक्स्ट या इमेज कहाँ जाता है ?

  1. रीसायकल बीन
  2. क्लिपबोर्ड
  3. कॉपी
  4. डस्टबीन

Q3. एमएस वर्ड का एक्सटेंशन नाम क्या है ?

  1. .xls
  2. .ppt
  3. .doc
  4. .txt

उत्तर— 1. (a) Home Menu, 2. (b) क्लिपबोर्ड, 3. (c) .doc

 

माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल (Microsoft Excel)

यह एक प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक स्प्रेडशीट है, जो डाटा को व्यवस्थित करने तथा सांख्यिक चार्ट बनाने में सहयता करता है ।

  • स्प्रेडशीट सॉफ्टवेयर का उपयोग बिलिंग (Account) को देखरेख के लिए किया जाता है ।
  • MS Excel का फाइल एक्सटेंशन .xls होता है ।
  • एक्सेल स्प्रेडशीट में एक रो (Row) तथा एक कॉलम (Column) होता है ।
  • एक्सेल में रो (ROW) की संख्या 10,48,576 होती है और कॉलम (Column) की संख्या 16,384 होती है ।
  • रो (ROW) संख्या (1, 2, 3 आदि) में है जबकि कॉलम (Column) लेटर (A, B, C आदि) में अंकित है ।
  • स्प्रेडशीट का एक एक्टिव बॉक्स है, सेल (Cell) कहा जाता है, जिसमें डाटा को एंटर किया जाता है ।
  • जब दो या दो से अधिक सेल को जोड़ा कर एक सेल बनाया जाता है, उसको मर्जिंग कहा जाता है ।
  • एक्सेल में कोई भी फार्मूला = चिह्न (Equal sign) से शुरू होता है ।

 

एक्सेल में चार्ट के प्रकार (Types of Chart in Excel) :

प्रेजेंटेशन की जरुरत के अनुसार डाटा को विभिन्न प्रकार से दिखाने के लिए अलग-अलग चार्ट का प्रयोग किया जाता है । यहाँ चित्र में देखें।

Types of Chart in Excel

चार्ट कितने प्रकार के होते हैं

एक्सेल में चार्ट कई प्रकार के होते हैं । जैसे यहाँ कुछ कुछ चार्ट के नाम दिए हैं —

  1. कॉलम चार्ट (Column Chart)
  2. लाइन चार्ट (Line Chart)
  3. पाई चार्ट (Pie Chart)
  4. बार चार्ट (Bar Chart)
  5. एरिया चार्ट (Aera Chart)
  6. XY (स्कैटर) चार्ट
  7. स्टॉक चार्ट (Stock Chart)
  8. सर्फेस चार्ट (Surface Chart)
  9. राडार चार्ट (Radar Chart)
  10. ट्री मैप चार्ट
  11. सनबर्स्ट चार्ट
  12. हिस्टोग्राम चार्ट
  13. बॉक्स & विस्कर चार्ट
  14. वॉटरफॉल चार्ट
  15. कॉम्बो चार्ट

 

महत्वपूर्ण एक्सेल फार्मूला लिस्ट :

excel formula

एक्सेल में कई तरह के फार्मूला हैं जैसे AutoSum, Financial, Logical आदि । यहाँ AutoSum में निम्न फार्मूला है —

  • Sum : नंबर को जोड़ने के लिए
  • Average : संख्यांओं का औसत निकालने के लिए
  • Count Numbers : कोई भी खाने में नंबर गिनने के लिए
  • Max : संख्याओं में सबसे बड़ा नंबर निकालने के लिए
  • Min : संख्याओं में सबसे छोटा नंबर पता करने के लिए

उदहारण : =sum(a4,a6) ↵ enter (यहाँ a4 और a6 उस सेल की स्थान है, जिसकी वैल्यू को जोड़ना है)

 

माइक्रोसॉफ्ट पॉवरपॉइंट (Microsoft Powerpoint)

Q. पावरपॉइंट क्या है ?

यह एक प्रेजेंटेशन प्रोग्राम है, जिसमें प्रोफेशनल तरिके से प्रेजेंटेशन बनाने की सुविधा देता है ।

  • माइक्रोसॉफ्ट पॉवरपॉइंट फाइल का एक्सटेंशन .ppt या .pptx होता है ।
  • टेम्पलेट (Template), एक पहले से डिज़ाइन किया हुआ फाइल है, जिसमें पहले से फॉन्ट, लेआउट, बैकग्राउंड एवं स्टाइल होता है ।

 

कंप्यूटर में पॉवरपॉइंट कैसे खोलें

  • यहाँ कंप्यूटर में पॉवरपॉइंट खोलने के दो तरीके देखेंगे :
    • पहला : स्टार्ट बटन → प्रोग्राम → एम एस पॉवरपॉइंट ↵ enter या ok
      विंडोज 7 में खोलने के लिए Click Start → All Program → अक्सेस्सेरीएस → MS PowerPoint  ↵ enter या ok
    • दूसरा : विंडोज की + R → रन डायलाग बॉक्स (खुलेगा) → powerpnt ↵ enter या ok
  • आपका पॉवरपॉइंट लॉन्च हो जायेगा ।

डाटाबेस (Database)

Q. डाटाबेस क्या है

ये डाटाबेस जानकारियों का एक ऐसा व्यवस्थित संग्रह होता है, जिससे कोई भी जानकारी को आसानी से प्राप्त करा जा सकता है ।

  • डाटाबेस सारणियों (Tables) से मिलकर बना होता है
  • सारणियाँ Rows से मिलकर बना है, जिन्हें रिकॉर्ड कहते हैं तथा स्तम्भ (Column) से जिन्हें फिल्ड कहते हैं ।

 

डाटा के प्रकार (Type of Data)

डाटा कई प्रकार के होते हैं जैसे —

  • इमेज,
  • फाइल,
  • ग्राफ़िक्स,
  • न्यूमेरिक,
  • अल्फाबेटिक आदि ।

सारणियों (Tables) को परिभाषित करने की प्रक्रिया इंडेक्स डेफिनेशन कहा जाता है ।

किसी डाटा का एक लॉजिकल संरचना को स्कीमा कहा जाता है ।

कोई भी फाइल का डाटा को समय-समय पर बदलना, उसमें जोड़ना एवं मिटाना फाइल अपडेशन कहा जाता है ।

कंसेप्चुअल स्तर को लॉजिकल स्तर भी कहा जाता है, जिस पर पूर्ण डाटाबेस की संरचना होती है ।

रिलेशनल डाटाबेस में डाटा को द्वि-आयामी टेबल (सारणी) के रूप में संग्रहित किया जाता है ।

रिलेशनल डाटाबेस के उदाहरण :

  • DB2
  • IBM
  • Sybase
  • Oracle
  • फॉक्सप्रो
  • एमएस एसक्यूआई
  • लिब्रे ऑफिस आदि ।

नेटवर्क एवं इंटरनेट

#1 नेटवर्क क्या है

जब दो या दो से अधिक कम्प्यूटर को आपस में जोड़ा जाता है तो उसे नेटवर्क कहा जाता है । ये नेटवर्क Wire (तार) या Wireless (तार रहित) हो सकते हैं ।

 

नेटवर्क कितने प्रकार के होते हैं

नेटवर्क कई प्रकार के होते हैं । कुछ प्रमुख नेटवर्क इस प्रकार है —

  • LAN
  • WAN
  • MAN
  • PAN
  • VPN
  • CAN
  • WLAN

लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) :

  • इसमें कई कंप्यूटर आपस में जुड़े होते हैं । जैसे — घरों, बिल्डिंग, हॉस्पिटल, ऑफिस या हवाई अड्डा आदि ।

वाइड एरिया नेटवर्क (WAN) :

  • इसमें पूरी दुनिया के कंप्यूटर आपस में एक दूसरे से जुड़े रहते हैं । जैसे — देश, महदेश आदि ।

मेट्रोपोलिटन एरिया नेटवर्क MAN) :

  • इसमें दो से अधिक लोकल एरिया के कंप्यूटर आपस में जुड़े रहते हैं । जैसे — शहर, नगर आदि ।

पर्सनल एरिया नेटवर्क (PAN) :

  • इसमें खुद का कंप्यूटर आपस में एक दूसरे से जुड़ा होता है ।
  • इसमें एक या दो व्यक्ति ही आपस में जुड़े होते हैं ।
  • इसमें डाटा स्थानांतरण सबसे कम दुरी तक ही होती है ।

वर्चुअल एरिया नेटवर्क (VPN) :

  • इसमें दो या दो से अधिक कंप्यूटर आपस में गुप्त सुचना को आदान-प्रदान करने के लिए जुड़े होते हैं ।

कैंपस एरिया नेटवर्क (CAN) :

  • इसमें कंप्यूटर एक कैंपस में LAN के माध्यम से जुड़े होते हैं ।
  • इसमें जोड़ने के लिए राऊटर, स्विच, ऑप्टिकल फाइबर का उपयोग किया जाता है ।

वायरलेस लोकल एरिया नेटवर्क (WLAN) :

  • इसमें कंप्यूटर आपस में वायरलेस माध्यम से जुड़े होते हैं ।

 

#2 इंटरनेट क्या है

इंटरनेट एक प्रकार का कंप्यूटर नेटवर्क है जिसमें पूरी दुनिया के कंप्यूटर किसी ना किसी रूप से आपस में एक-दूसरे से नेटवर्क के द्वारा जुड़ा हुआ है ।

 

इंटरनेट से संबंधित तथ्य :

#1. सर्वर : यह एक मुख्य कंप्यूटर है जिसमें अन्य कम्प्यूटर्स, वर्कस्टेशन और यूजर्स इनफार्मेशन का डाटा को संग्रह करके रखा जाता है ।

#2.  वेबसाइट (Website) : ये एक प्रकार से जानकारियों का संग्रह है । जिसमें अनेक सूचनाएं मौजूद रहती है । जैसे कि www.badahindi.com वेबसाइट है ।

#3. URL (Uniform Resource Locator) : ये इंटरनेट पर कोई खास जानकारी का पता बताने का एक तरीका है । जैसे कि https://www.badahindi.com है ।

#4. डोमेन नाम (Domain Name) :

  • डोमेन नाम किसे कहते हैं ?
  • ये वेबसाइट का एक खास नाम है जो इंटरनेट साइट में एक पहचान बताता है । ऊपर जो URL देखा उसमें डोमेन नाम डॉट (Dot) के बाद वाला को कहते हैं । जैसे — .Com है ।
  • डोमेन नाम किसी देश या संस्था को दर्शाता है ।

यहाँ कुछ डोमेन नाम हैं —

डोमेन नेम देश / संस्था
डोमेन नेम देश / संस्था
.com कॉमर्शियल .gov सरकारी संस्था
.in भारत .acro एविएशन
.net नेटवर्क .name पर्सनल
.jobs नौकरी .org आर्गेनाईजेशन
.edu शिक्षा संस्था .mil सैनिक
.biz बिजनेस संस्था .asia एशिया
कुछ देश के डोमेन नेम
.us अमेरिका .nz न्यूजीलैंड
.ca कनाडा .au ऑस्ट्रेलिया

ध्यान दें : प्रश्न इस तरह से बना करके भी पूछ सकता है ।

  • Q1. आपको बताना है .net डोमेन नाम किसके लिए प्रयोग होता है ?
    • शिक्षा के लिए
    • भारत के लिए
    • नेटवर्क के लिए
    • सरकारी संस्था के लिए
  • उत्तर— नेटवर्क के लिए ।

#4. HTTP (Hyper Text Transfer Protocal) : यह इंटरनेट का एक प्रोटोकॉल (नियम) है जो वेब पेज में फाइल को एक जगह से दूसरे जगह पर भेजता है ।

#5. डाउनलोड (Download) : इंटरनेट से फाइल को अपने कंप्यूटर में लाना डाउनलोड कहलाता है ।

#6. अपलोड (Upload) : अपने कंप्यूटर से फाइल को दूर किसी कंप्यूटर या सर्वर में भेजना उपलोड कहलाता है ।

#7. गेटवे (Gateway) : इसका प्रयोग दो विभिन्न नेटवर्क प्रोटोकॉल को जोड़ने के लिए किया जाता है ।

#8. वायरस (Virus) : यह एक प्रकार का कंप्यूटर प्रोग्राम है जो फाइल को नष्ट करता है । डिटेल में आगे देखें ।


कंप्यूटर सिक्योरिटी

यह सुचना प्रौद्यौगिकी (IT) की एक शाखा है जो कम्प्यूटरों की सुरक्षा के लिए बनाया गया है ।

 

मालवेयर

  • कंप्यूटर को हानि या नुकशान पहुंचाने वाले प्रोग्राम को मालवेयर कहते हैं । जैसे — ट्रोजन या ट्रोजन हॉर्स, वार्म और वायरस इत्यादि ।
  • वायरस का का पूरा नाम वाइटल इनफार्मेशन रिसोर्स अंडर सेज है, जो कंप्यूटर को नुकशान करता है ।

ट्रोजन या ट्रोजन हॉर्स : यह एक प्रकार का नॉन सेल्फ रेप्लिकेटिंग मालवेयर है ।

वार्म : ये एक प्रकार का मालवेयर है जो कंप्यूटर में एक बार लोड होने पर खुद का प्रतिलिपि बनाना शुरू कर देता है ।

वायरस : यह ऐसा कंप्यूटर प्रोग्राम होता है, जो यूजर के बिना किसी जानकारी के हमारे कंप्यूटर में घुस जाता है और कंप्यूटर के फाइल को नष्ट करना शुरू कर देता है ।

वायरस कई प्रकार के होते हैं —

  • बूट सेक्टर वायरस
  • परजीवी वायरस
  • लिंक वायरस
  • मैक्रो वायरस आदि ।

भारत में देखे गए कुछ वायरस निम्न है —

  • मंकी वायरस
  • माइकल एंजेलो वायरस
  • ब्रेन वायरस
  • वान हॉफ वायरस
  • क्रीपर वायरस
  • हैप्पी बर्थडे जोशी वायरस

नोट : भारत में पहला वायरस हैप्पी बर्थडे जोशी देखा गया था ।

 

एंटीवायरस

वायरस को खत्म या नष्ट करने के लिए बनाया गया प्रोग्राम को एंटीवायरस कहते हैं । एंटीवायरस को एंटी-मालवेयर भी कहा जाता है ।

एंटीवायरस कितने प्रकार के होते हैं

निचे कुछ महत्वपूर्ण एंटीवायरस के प्रकार हैं —

  • Quick Heal Antivirus
  • Kaspersky Antivirus
  • McAfee Antivirus
  • Norton Antivirus
  • Guardian Antivirus
  • Avast Antivirus etc.

ये कुछ एंटीवायरस हैं, जिन्हें आप अपने लैपटॉप या मोबाइल में लगा सकते हैं । Anti-Virus को आप ऑनलाइन भी खरीद (Buy Antivirus Online) सकते हैं ।


कंप्यूटर का इतिहास (History of Computer)

  • एबैकस (Abacus) : प्रथम मशीनी कैलकुलेटर था ।
  • पास्कल कैलकुलेटर (Pascal Calculator) : प्रथम गणना मशीन जिसका निर्माण ब्लेज पास्कल ने किया था ।
  • एनालिटिकल इंजन (Analytical Engine) : 1801 में जोसेफ जैक्वार्ड ने स्वचालित बुनाई मशीन बनाया था ।
  • हरमैन हौलर्थ और पंच कार्ड
  • प्रथम इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर (ENIAC) : इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर का निर्माण हुआ ।
  • स्टोर्ड प्रोग्राम कांसेप्ट (EDSAC) : प्रथम कंप्यूटर डाटा को मेमोरी में स्टोर रखने में सक्षम था ।
  • युनिभैक-1 (UNIVAC-1) : जो व्यापरिक उपयोग के लिए उपलब्ध प्रथम कंप्यूटर था । इसमें प्रथम पीढ़ी के गन समाहित था ।

कंप्यूटर की विभिन्न पीढ़ियां (Generation of Computer)

प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर (First Generation of Computer)

  • युनिभैक-1 पहला कंप्यूटर था ।
  • पहला पीढ़ी के कंप्यूटर में निर्वात ट्यूब (Vaccum Tube) का प्रयोग किया गया था ।
  • पहली पीढ़ी के कंप्यूटर के उदहारण : IBM 650, UNIVAC, ENIAC है ।

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर (Second Generation of Computer)

  • दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर में ट्रांजिस्टर का उपयोग किया गया था ।
  • दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर के उदहारण : IBM 1401, Honey well 200, CDC 1604 है ।

तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर (Third Generation of Computer)

  • इसमें इंटीग्रेटेड चिप का उपयोग किया गया था ।
  • तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर के उदहारण : IBM System/360, NCR 395, Burrough B6500 है ।

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर (Fourth Generation of Computer)

  • चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर में VLSI और ULSI का उपयोग किया गया था ।
  • चौथी पीढ़ी से ही मइक्रोप्रोसेसर और मिनी कंप्यूटर का बनाना आरम्भ हुआ ।
  • इनके उदहारण : IBM PC-XT, एप्पल-II है ।

पांचवीं पीढ़ी के कंप्यूटर (Fifth Generation of Computer)

  • इसमें भी ULSI का उपयोग किया जाता था ।
  • पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर के दौरान इंटरनेट, ईमेल एवं WWW का विकास हुआ है ।
  • पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर के उदहारण : IBM नोटबुक, Pentium PC, सुपर कंप्यूटर आदि  है ।

आपने क्या सीखा

इस लेख में आपने कंप्यूटर की बेसिक जानकारी के बारे में सीखा । अब आप परीक्षा में पूछे जाने वाले सभी सवालों का जवाब दे सकते हैं । सॉफ्टवेयर, हार्डवयेर को पहचान सकते हैं । इनके एप्लीकेशन सॉफ्टवयेर तथा सिस्टम सॉफ्टवयेर को बता सकते हैं । इसके साथ ही आप कंप्यूटर एप्लीकेशन को खोलने से लेकर सुरक्षा उपकरण के पहचान सकते हैं ।

 

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