आपको पता है टिंडल प्रभाव क्या है ? इस लेख में हम टिंडल प्रभाव के चित्र, महत्त्व, डायग्राम, और उदाहरण सहित विस्तार से देखेंगे । ये टॉपिक आपके एग्जाम के लिए काफी महत्त्वपूर्ण है । विद्यालय में विज्ञान के प्रैक्टिकल में टिंडल प्रभाव को दिखाने के लिए भी पूछा जाता है । इसी को देखते हुए हम टिंडल प्रभाव के बारे में चर्चा करेंगे । जिससे आप बड़े ही आसानी के साथ प्रैक्टिकल या फिर परीक्षा में बिना किसी परेशानी के लिख सकें ।
टिंडल प्रभाव (Tindal Prabhav)
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प्रकाश का प्रकीर्णन का होना |
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जॉन टिंडल |
टिंडल प्रभाव क्या है
जब प्रकाश किसी कोलाइडी माध्यम (धूल, धुंआ, वाष्प और सूक्ष्म कण आदि) से होकर गुजरती है तो प्रकाश (Light) का प्रकीर्णन होता है इस कारण से लाइट गुजरती दिखाई देती है । इस प्रकाश का प्रकीर्णन की घटना को ही टिंडल प्रभाव कहते हैं ।
यहाँ आप चित्र में टिंडल प्रभाव को देख सकते हैं ।
हम परीक्षण करके भी देख सकते हैं । इसके लिए हमें कुछ विलयन की जरुरत होगी । जैसे—
- एक गिलास में वास्तविक विलयन और दूसरे गिलास में कोलाइडी विलयन ले लेते हैं ।
- अब दोनों गिलास को एक टेबल में सीधा लाइन में रखें।
- एक साइड से टॉर्च की मदद से सीधा लाइन में लाइट मारें।
- हम देख सकते हैं की वास्तविक विलयन में लाइट का मार्ग सीधा आरपार हो जाती है जबकि दूसरी गिलास में प्रकाश का मार्ग दिखाई देती है ।
- ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कोलाइडी विलयन के कारण प्रकाश का प्रकीर्णन हो रहा है ।
कोलाइडी विलयन क्या है
कोलाइडी विलयन समझने से पहले हम विलयन को जान लेते हैं । विलयन किसे कहते हैं ? जब भी हम किसी एक पदार्थ (विलायक) में दूसरे पदार्थ (विलेय) को मिलाते हैं तो उन दोनों के मिलाने से जो घोल प्राप्त होता है, उसे हम विलयन कहते हैं । विलयन हमें तीन प्रकार के प्राप्त होता है । ये विलयन प्राकृतिक रूप से भी बनता है ।
ये तीन विलयन हैं :
- निलंबन
- वास्तविक विलयन
- कोलाइडी विलयन
निलंबन : निलंबन में हम विलेय के कणों को बिना किसी सूक्ष्मदर्शी के भी देख सकते हैं । इसमें प्रकाश आर-पार नहीं जा सकती है । जैसे— पानी और मिटटी का विलयन ।
वास्तविक विलयन : वास्तविक विलयन में हम विलेय के कण को सूक्षमदर्शी की मदद से भी देख नहीं सकते हैं । इस विलयन में प्रकाश बड़ी ही आसानी के साथ आर-पार जा सकती है । जैसे— पानी और चीनी का विलयन ।
कोलाइडी विलयन : कोलाइडी विलयन में हम कणों को सूक्षमदर्शी की सहायता से देख सकते हैं । कोलाइडी विलयन के कण प्रकाश को रिफ्लेक्ट करता है इस वजह से भी हम इन्हे बिना सूक्ष्मदर्शी के भी देख सकते हैं । इसके उदाहरण निचे में देख सकते हैं । जिसे हम टिंडल प्रभाव भी कहते हैं ।
टिंडल प्रभाव के उदाहरण
हमारे दैनिक जीवन में भी हम टिंडल प्रभाव को देखते हैं । टिंडल प्रभाव के कुछ उदाहरण हैं :
- कमरे में लाइट का चमकना : जब सूर्य का प्रकाश कमरे के अंदर किसी छोटे से स्थान से प्रवेश करता है तो कमरे में उपस्थित धूल कण द्वारा सूर्य के प्रकाश का प्रकीर्णन होता है जिसके कारण से प्रकाश का मार्ग दिखाई देती है ।
- कोहरे में : गाड़ी का हेडलाइट या स्ट्रीट लाइट द्वारा प्रकाश का मार्ग दिखाई देना ।
- घने जंगल में : जब हम किसी घने जंगल से गुजरते हैं तो यहाँ जमीन पर सूर्य की प्रकाश किसी खाली जगह से होकर पेड़ों की टहनियों या पतियों के बीचों-बीचों से प्रकाश पार होती हुई दिखाई देती है । ऐसा प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण होता है । यही टिंडल प्रभाव का कारण है ।
- घने बादलों में प्रकाश किरण दिखाई देना : आकाश में जब घने बादल छा जाते हैं और सूर्य को ढकने लगते हैं, उस समय सूर्य की रौशनी बादल को चीरते हुए दिखाई देती है । ऐसा इस वजह से होता है क्योंकि वायुमंडल में उपस्थित धूल-कण, वाष्प और अनेक गैसों आदि के द्वारा प्रकाश का प्रकीर्णन होता है ।
- अँधेरे में प्रकाश का चमकना : रात के अँधेरे में किसी टोर्च से आकाश में लाइट मारते हैं तो प्रकाश निकलती है । तब धूल-कण द्वारा प्रकाश का मार्ग दिखाई देता है ।
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टिंडल प्रभाव का महत्व
दैनिक जीवन में टिंडल प्रभाव का बहुत महत्त्व है । टिंडल प्रभाव के कारण ही हमें कोई चीज दिखाई देती है ।
टिंडल प्रभाव के निम्नलिखित महत्त्व है :
- साइंस के क्षेत्र में एक्सपेरिमेंट करने में ।
- आसमान नीला दिखाई देना ।
- कोई गेंद लाल या पीला दिखना ।
- चाँद का दिखाई देना ।
- रात में तारे का टिमटिमाना आदि ।
टिंडल प्रभाव का डायग्राम
निष्कर्ष
इस आर्टिकल में हमने अध्ययन किया टिंडल प्रभाव क्या है फिर टिंडल प्रभाव बनने के क्या कारण हैं इनको जाना । विलयन किसे कहते हैं ? विलयन के तीन प्रकार निलंबन, वास्तविक और कोलाइडी विलयन को भी देखा । इन विलयन के उदाहरण भी देखें । हम उम्मीद करते हैं अब आप अच्छे से टिंडल प्रभाव के बारे में जान गए हैं । आपको ये लेख कैसा लगा ? यदि इस टॉपिक में कोई त्रुटि हो तो कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं । धन्यवाद !
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FAQs
Q1. टिण्डल प्रभाव से आप क्या समझते हैं?
उत्तर→ जब प्रकाश कोई कोलाइडी विलयन से होकर प्रवेश करती है । जैसे धूल, धुआं, वाष्प, कोहरा आदि तो प्रकाश का मार्ग दिखाई देता है, इसी को ही टिंडल प्रभाव कहतें हैं ।
Q2. टिंडल प्रभाव कौन सा मिश्रण है?
उत्तर→ टिंडल प्रभाव एक कोलाइडी मिश्रण है जो विलायक के कण से विलय के कण थोड़े बड़े होते हैं ।
Q3. टिंडल प्रभाव को क्या प्रदर्शित करता है?
उत्तर→ टिंडल प्रभाव कोलाइडी विलयन में उपस्थित सूक्ष्म कण को प्रदर्शित करता है ।
Q4. टिंडल प्रभाव का मुख्य कारण क्या है ?
उत्तर→ टिंडल प्रभाव का मुख्य कारण छोटे-छोटे कणों द्वारा प्रकाश का प्रकीर्णन है ।
Q5. टिंडल प्रभाव की खोज कब हुई थी?
उत्तर→ टिंडल प्रभाव की खोज जॉन टिंडल ने 1869 में की थी ।