Shabd Kise Kahate Hain : शब्द किसे कहते हैं ? देशज, विदेशज क्या है ?

इस लेख में हम shabd kise kahate hain (शब्द किसे कहते हैं) पढ़ेंग। शब्द, वर्ण और अक्षर के जोड़ से बने सार्थक वाक्य को “शब्द” कहते हैं। जिसका कोई अर्थ बनके निकलता हो शब्द कहा कहलाता है। यानि की शब्द स्वर और व्यंजनों के समूह से बने होते हैं। हम शब्द के भेद को भी देखंगे पढ़ें पूरी जानकारी दिए हैं।

Shabd Kise Kahate Hain

Shabd kise kahate hain (शब्द किसे कहते हैं)

परिभाषा: शब्द, वर्णों और मात्राओं के मेल (जुड़ने) से जो सार्थक वाक्य बनते हैं, उसे शब्द कहा जाता है। इन ध्वनियों के मेल से बने वर्ण समुदाय को ही शब्द कहा जाता है । मूलतः शब्द अक्षरों एवं मात्राओं के मेल से बनते हैं और कुछ अर्थ होता है । जैसे –

  • क + म + ल = कमल
  • ब + ा + ल + क = बालक
  • म + ा + त + ा = माता
  • र + ा + म = राम
  • ि + प + त + ा = पिता
  • ग + ु + र + ू  = गुरु

अब आपको ये बात क्लियर हो गया है की शब्द अक्षर और मात्राओं के जुड़ने से बनते हैं। हम अब इनके शब्द विचार को देखते हैं ।

 

शब्द विचार किसे कहते हैं (Shabd vichar kise kahte hain)

वर्ण और अक्षर के जुड़ने पर जो शब्द बनता है। उस शब्द पर हम बयां कर सकते हैं की इसका अर्थ है या नहीं। तो ये विचार हम व्याकरण के जिस भाग में शब्दों के भेद, व्युत्पत्ति और अवस्था का वर्णन दिया हो, उसे शब्द विचार कहा कहते हैं।

यहाँ हमने स्पष्ट देखा की शब्द अक्षरों और मात्राओं के योग से बनते हैं ।

 

शब्द के कितने भेद होते हैं (Shabd ke  kitne bhed hote hain)

शब्द के तीन भेद हैं :

  1. अर्थ की दृष्टि से
  2. उद्गम की दृष्टि से
  3. व्यवहार की दृष्टि से

बारी बारी से इन सब शब्द के भेद को समझते हैं

 

1.अर्थ की दृष्टि से शब्द के कितने भेद होते हैं

अर्थ की दृष्टि से शब्द के दो भेद है:

  • सार्थक और
  • निरर्थक

 

क) सार्थक शब्द:

जिन शब्दों का स्वयं कुछ अर्थ होता है, उन्हें सार्थक शब्द कहा जाता है। जैसे – माता, पिता, विद्यालय, छात्र आदि।

 

ख) निरर्थक शब्द:

जिन शब्दों का अलग कोई अर्थ नहीं होता है, उन्हें निरर्थक शब्द कहा जाता है। जैसे – चट, लप, तफ, गट आदि।

 

2.उद्गम की दृष्टि से शब्द के कितने भेद हैं (Utpatti ke aadhar par shabd ke bhed)

उद्गम की दृष्टि से शब्द के चार भेद हैं:

  1. तत्सम
  2. तद्भव
  3. देशज और
  4. विदेशज

 

a.तत्सम

जो संस्कृत के शब्द ठीक उसी रूप में हिंदी में प्रयुक्त होते हैं उन्हें तत्सम शब्द कहा जाता है । यह भाषा का मूल शब्द है । जैसे— पंक, रात्रि, तिक्त, जिह्व, ग्राम, सूर्य, अश्रु, अग्नि, पंच, मयूर, श्वशुर, नाव, मध्य आदि ।

 

b.तद्भव

कुछ शब्द संस्कृत और प्राकृत रूपांतरित होकर हिंदी में मिल गए हैं ऐसे विकृत संस्कृत और प्राकृत शब्दों को तद्भव कहा जाता है । जैसे— बाघ, आग, बच्चा, पिया, मोर, कपूत, किवाड़, भालू, सियार, सुखा, पीपल, सिर, सेठ, चार, नौ आदि ।

 

c.देशज

जिस शब्द को देश के अंदर बोल-चाल की भाषा से लिए गए हैं उन्हें देश कहा जाता है। जैसे- पगड़ी, चिड़िया, कलाई, जूता, तेंदुआ आदि ।

यहाँ निचे कुछ देशज शब्द हैं :

  • देशज शब्द → लोटा, थैला, गाड़ी आदि ।

 

d.विदेशज

आज जो शब्द विदेशी भाषा से हिंदी में मिल गए हैं उसको विदेशज शब्द कहा जाता है। जैसे- अमीर, गरीब, लैंप, स्कूल, टेबल, टिकट, स्टेशन, अफसोस, माइल, यादगार, दुकान, रंग, रोगन, अलकतरा, बाल्टी, किरानी, फोन आदि ।

यहाँ कुछ विदेशज शब्द दिए हैं :

  • अंग्रेजी शब्द → टिकट, कमेटी, गिलास, पुलिस, ऑफिसर आदि ।
  • पुर्तगाली शब्द → इस्पात, कॅप्टन, नीलम, चाबी, साबुन, बाल्टी आदि ।
  • फ्रैंच शब्द → कूपन, मेनू, कारतूस, मेयर, लैंप आदि ।
  • फ़ारसी शब्द → साहब, पजामा, दिवार, चश्मा, चेहरा, आवाज, जोश, कारीगर, गवाह, मजदुर, बेकार, दवा आदि ।
  • अरबी शब्द → किताब, कानून, इनाम, आखिर, अख़बार, उम्र, मतलब, तक़दीर, जनाब, खराब, नशा, फायदा, औरत, अमीर, फ़क़ीर, गरीब आदि ।
  • जापानी शब्द → रिक्शा ।

 

3.व्यवहार की दृष्टि से शब्द के भेद कितने हैं

व्यवहार की दृष्टि से शब्द पांच प्रकार के होते है:

A. संज्ञा
B. सर्वनाम
C. विशेषण
D. क्रिया और
E. अव्यय

 

यहाँ पर आपको शॉर्ट में बताएं हैं विस्तार पूर्वक इन टॉपिक को पढ़ने के लिए निचे में दिए हैं वहां से जा करके पढ़ सकते हैं ।

A.) संज्ञा → किसी वस्तु के नाम को संज्ञा कहा जाता है। जैसे- राम, श्याम, गीता, महल, घर, घोड़ा, जमीन, मोबाइल, लैपटॉप, टीवी आदि।

 

B.) सर्वनाम → उस शब्द जो शब्द संज्ञा के बदले में आता है, उसे सर्वनाम कहा जाता है। जैसे- मैं, हम, तुम, आप, वे, वह आदि।

 

C.) विशेषण → जो शब्द संज्ञा एवं सर्वनाम की विशेषता बताता है उसे विशेषण कहा जाता है। जैसे- लाल, काला, पीला, अच्छा, बुरा, सुन्दर, ऊँचा, छोटा आदि।

 

D.) क्रिया → जिस शब्द से किसी काम को करने करना या होना समझा जाए उसे क्रिया कहते हैं। जैसे- खाता है, सोता है, पढ़ता है, जाता है, आता है, रोता है ।

 

E.) अव्यय → जिन शब्दों का रूप कभी नहीं बदलता है, उसे अव्यय कहते हैं। जैसे- धीरे-धीरे, वाह, जल्दी-जल्दी आदि।

 

निष्कर्ष :

इस लेख पर हमने Shabd kise kahate hain (शब्द किसे कहते हैं), शब्द के तीन भेद (क) अर्थ के दृष्टि से, (ख) उद्गम की दृष्टि से और (ग) व्यवहार की दृष्टि से देखा और इनके भेद और परिभाषा सहित उदहारण भी देखे। यह आर्टिकल आपको पढ़ के पसंद आया होगा ।

 

FAQs

Q1. शब्द विचार कितने प्रकार के होते हैं?

उत्तर→ शब्द-विचार तीन प्रकार के हैं : (क) अर्थ की दृष्टि से (खा) उद्गम की दृष्टि से (ग) व्यवहार की दृष्टि से

 

Q2. शब्द-विचार का क्या अर्थ है ?

उत्तर→ शब्द-विचार का अर्थ है जो शब्द मात्रा और अक्षरों के मेल से बनता है और उसका कोई ना कोई अर्थ होता है ।

 

यहाँ से पढ़ें :

संज्ञा सर्वनाम विशेषण
क्रिया वर्ण-विचार शब्द-विचार
वाक्य (वाक्य-विचार) अव्यय  वाच्य
हिंदी-वर्णमाला
समास

 

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